सीजीएचएस सुविधा के मामले में ईएसआईसी और बड़े अस्पतालों के बीच मिलीभगत के आरोप
सेहतराग टीम
दिल्ली मेडिकिल एसोसिएशन (डीएमए) ने श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार को पत्र लिखकर सीजीएचएस सुविधा हेतु अस्पतालों के चयन के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के नियमों का विरोध किया है।
एसोसिएशन ने यह भी आरोप लगाया कि ये नियम केवल बड़े अस्पतालों को लाभ पहुंचाने तथा छोटे अस्पतालों को बाहर करने के लिये बनाए गए हैं। यह पत्र ईएसआईसी के महानिदेशक राज कुमार को भी लिखा गया है।
पत्र लिखने वाले कुछ इकाइयों के अनुसार नए नियमों में जांच सेवाओं को भी जोड़ा गया है और केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) की दरों के आधार पर भुगतान करने की पेशकश की गयी है। जबकि अबतक इस पर मौजूदा सीजीएचएस दरों पर 10 से 25 प्रतिशत की छूट मिलती है।
एसोसिएशन ने 29 जुलाई को श्रम मंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘हम आठ जुलाई 2019 के निविदा नोटिस में इसमें भाग लेने को लेकर पात्रता मानदंडों को लेकर अचंभित हैं। यह मनमाना और भेदभावपूर्ण है। ऐसा लगता है कि इसे बड़े अस्पतालों को ध्यान में रखकर बनाया गया तथा इसका मकसद छोटे चिकित्सा संस्थानों को इससे अलग करना है।’
डीएमए ने नई चयन प्रक्रिया के तहत अत्याधुनिक सुविधाओं पर अस्पतालों के लिए न्यूनतम 100 बेड तथा अत्याधुनिक सुविधाओं पर स्वास्थ्य सेवा संगठनों के लिए 50 बेड की अनिवार्यता का विरोध किया है।
Comments (0)
Facebook Comments (0)